इक पल ने जाते जाते
आने वाले पल से कहा....
तू मुस्कुरा
जो तेरे हाथों में नहीं है
उन बातों से है तू क्यों खफा ...
एक पल की हर ख़ुशी है
जींदगी है इसी पल की दास्ताँ ...
ना इस पल का...ना कल का पता...
ना कोई शीक्वा ...ना अब है गीला..
तेरे दम् से...
मैं हर गम से....
हंस के मीला........
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