Saturday, July 23, 2011

रिश्तों का कोई मूल्य ना रहा...

शहरों का देखो कितना विकास हो रहा
जहाँ रहते थे इंसान, अब मशीनों का है वास हो रहा
पैसों की चाह में रिश्तों का कोई मूल्य ना रहा
बच्चा बढ़ा हुआ और वो अपने माँ बाप का ना रहा ???

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